केंद्र सरकार की ओर से 500 और 1000 रुपये के नोटों को अमान्य ठहराए जाने के बाद नोटों की कमी पर आरबीआई ने कहा है कि उसकी प्रिंटिंग प्रेस पूरी क्षमता के साथ काम कर रही हैं। आरबीआई ने शनिवार को कहा कि मांग को पूरा करने के लिए करंसी छापने वाली प्रेस 'पूर्ण क्षमता' पर काम कर रही हैं। इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने लोगों से बैंक शाखाओं पर भारी भीड़ से बचने के लिए इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट को अपनाने की भी सलाह दी।
रिजर्व बैंक ने कहा कि देश भर में 4,000 स्थानों पर सभी करंसी नोटों का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। बैंक शाखओं को उनकी जरूरत को पूरा करने के लिए उनसे जोड़ा गया है। केंद्रीय बैंक ने बयान में कहा, 'मांग को पूरा करने के लिए प्रिंटिंग प्रेस पूरी क्षमता पर नोटों की छपाई कर रही हैं, जिससे पर्याप्त मात्रा में नोट उपलब्ध हो सकें।'
रिजर्व बैंक ने कहा कि देश भर में 4,000 स्थानों पर सभी करंसी नोटों का पर्याप्त भंडार उपलब्ध है। बैंक शाखओं को उनकी जरूरत को पूरा करने के लिए उनसे जोड़ा गया है। केंद्रीय बैंक ने बयान में कहा, 'मांग को पूरा करने के लिए प्रिंटिंग प्रेस पूरी क्षमता पर नोटों की छपाई कर रही हैं, जिससे पर्याप्त मात्रा में नोट उपलब्ध हो सकें।'
रिजर्व बैंक ने कहा कि 500 और 1000 का नोट बंद होने से बैंकिंग सिस्टम के सामने बिना किसी बाधा के इन्हें वापस लेने की जिम्मेदारी है और साथ ही उसे नए नोट भी उपलब्ध कराने हैं। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 8 नवंबर को पुराने नोटों को बंद करने की घोषणा के बाद एटीएम से तेजी से नोटों को निकालने का भी काम किया गया।
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