नोटबंदी को लेकर देशव्यापी विरोध सोमवार को जिले में बेअसर रहा। बाजार हर रोज की तरह सुबह खुले और शाम तक दूकानदारी रही। राजनीतिक दल पैदल मार्च और प्रदर्शन तक ही सीमित रह गए। सुरक्षा के मद्देनजर सार्वजनिक स्थलों पर पुलिसकर्मी भ्रमण करते रहे। बाजार में सभी दूकानें सामान्य दिनों की तरह की खुलीं।
नोटबंदी के फैसले के विरोध में कुछ विपक्षी पार्टियों और मजदूर संगठनों ने बंद का आह्वान किया था, लेकिन जिले में बंद का कोई असर नहीं दिखा। ज्ञानपुर, भदोही, औराई, जंगीगंज, सुरियावां, बाबूसराय, महराजगंज समेत अन्य बाजारों में सोमवार सुबह से दूकानें खुल गई। कांग्रेस और सपा ने पैदल मार्च तो वामपंथी दल ने तहसील में धरना देकर विरोध जताया। सुरक्षा के मद्देनजर तहसील, जिला मुख्यालय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क के अलावा ज्ञानपुर रोड, भदोही रेलवे स्टेशन पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहे। मोढ़ संवाददाता के मुताबिक सुबह कुछ दूकानें बंद रहीं। लेकिन, दोपहर तक एक भी दूकान बंद नहीं दिखी। विपक्ष के बंद को सफल बनाने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए काफी प्रचार-प्रसार भी किया गया था, लेकिन बंद वाले दिन उसका खास असर नहीं दिखा।
नोटबंदी के फैसले के विरोध में कुछ विपक्षी पार्टियों और मजदूर संगठनों ने बंद का आह्वान किया था, लेकिन जिले में बंद का कोई असर नहीं दिखा। ज्ञानपुर, भदोही, औराई, जंगीगंज, सुरियावां, बाबूसराय, महराजगंज समेत अन्य बाजारों में सोमवार सुबह से दूकानें खुल गई। कांग्रेस और सपा ने पैदल मार्च तो वामपंथी दल ने तहसील में धरना देकर विरोध जताया। सुरक्षा के मद्देनजर तहसील, जिला मुख्यालय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क के अलावा ज्ञानपुर रोड, भदोही रेलवे स्टेशन पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहे। मोढ़ संवाददाता के मुताबिक सुबह कुछ दूकानें बंद रहीं। लेकिन, दोपहर तक एक भी दूकान बंद नहीं दिखी। विपक्ष के बंद को सफल बनाने के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए काफी प्रचार-प्रसार भी किया गया था, लेकिन बंद वाले दिन उसका खास असर नहीं दिखा।