सावधान… यदि आपने अपने खाते में लंबे समय से लेन-देन नहीं किया है और यदि 1 लाख से ऊपर की राशि जमा करने के लिए वहां पहुंच रहे है तो आयकर की नजर आप पर भी रह सकती है और इसकी जांच होगी। यदि कोई गड़बड़ी पाई गई तो कार्रवाई होना निश्चित है। राशि जमा करने के सभी दस्तावेज आयकर को दिखाना होंगे तब तक वह राशि आयकर के पास ही जमा रहेगी। यदि दस्तावेज जमा नहीं किए गए तो आयकर उस राशि को जब्त कर लेगा।
अभी तक लोगों को यह अंदेशा है कि हमारे बैंक खातों में केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद 2.5 लाख तक की राशि जमा की जा सकती है लेकिन उसमें सबसे बड़ी बात यह है कि जिन लोगों ने अपने चालू खातों से लगातार लेन-देन चालू रखा है उनके लिए तो 2 से 2.5 लाख की राशि जमा होने पर आयकर विभाग द्वारा कोई आपत्ति नहीं ली जाएगी लेकिन जिन लोगों ने बैंकों में खाते खुलवा तो रखे है, परंतु उनमें लंबे समय से बड़ा लेन-देन नहीं हुआ है और वे अचानक 1 लाख से ऊपर तक की राशि जमा करने बैंक पहुंचेंगे तो आयकर विभाग की निगरानी में आना निश्चित है।
सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग द्वारा ऐसे लोगों से अचानक बैंकों में इतनी राशि जमा होने का कारण पूछा जाएगा। अभी तक ऐसे कई लोगों को यह अंदेशा है कि हमारे बैंक खाते होने से हम अन्य परिचितों की राशि उसमें जमा करने की सोच रहे थे लेकिन अब उन्हें भी आयकर ने पहले ही सावधान कर दिया है। यदि कोई भी व्यक्ति अचानक 1 लाख से ऊपर की राशि खातों में जमा करने पहुंचा तो आयकर विभाग द्वारा उसकी जांच की जाएगी।
जांच के पश्चात संबंधित व्यक्ति से राशि जमा करने का कारण पूछा जाएगा और संबंधित से दस्तावेज जमा करने के लिए भी कहा जाएगा तब तक यह राशि आयकर विभाग के पास ही जमा रहेगी। दस्तावेजों के साथ राशि जमा करने का कारण बता दिया तो आयकर कोई कार्रवाई नहीं करेगा अन्यथा उक्त राशि जब्त कर ली जाएगी।
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