FACTS: अमेरिका के इस दुश्मन के 35,000 महिलाओं के साथ थे संबंध

इंटरनेशनल डेस्क.क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्रो का 90 साल की उम्र में निधन हो गया। 1959 में क्रांति के जरिए अमेरिकी पिट्ठू फुल्गेंकियो बतिस्ता की तानाशही को उखाड़ फेंक वो सत्ता में आए थे। उन्हें कम्युनिस्ट क्यूबा का जनक माना जाता था। इनके जिंदगी के कई किस्से मशहूर रहे। उन पर बनी एक डॉक्युमेंट्री में खुलासा किया गया था कि कास्त्रो ने 82 साल की उम्र तक 35,000 महिलाओं के साथ संबंध बनाए। कास्त्रो ने ये दावा भी किया था कि 634 बार उनकी मौत की साजिश रची गई। जानिए कास्त्रो के बारे में...

क्रांति से पहले फिदेल कास्त्रो एक युवा वकील थे, जिन्हें कम लोग जानते थे। उनका जन्म 1926 में क्यूबा के फिदेल अलेजांद्रो कास्त्रो परिवार में हुआ था जो काफ़ी समृद्ध माना जाता था। क्रांति से पहले वह तानाशाह के खिलाफ 1952 के चुनाव में खड़े हुए। लेकिन इससे पहले लोग वोट कर पाते, वोटिंग खत्म कर दी गई। जनक्रांति शुरू करने के इरादे से 26 जुलाई को फिदेल कास्त्रो ने अपने 100 साथियों के साथ सैंटियागो डी क्यूबा में सैनिक बैरक पर हमला किया, लेकिन नाकाम रहे। इस हमले के बाद फिदेल कास्त्रो और उनके भाई राउल बच तो गए, लेकिन अन्य लोगों को जेल में डाल दिया गया।

फिदेल कास्त्रो ने बतिस्ता शासन के खिलाफ अभियान बंद नहीं किया। यह अभियान उन्होंने मेक्सिको में निर्वासित जीवन जीते हुए चलाया। वहां उन्होंने एक छापामार संगठन बनाया। इसे '26 जुलाई मूवमेंट' नाम दिया गया। कास्त्रो के क्रांतिकारी आदर्शों को क्यूबा में काफी समर्थन मिला। 1959 में उनके संगठन ने बतिस्ता शासन का तख्तापलट दिया और वो प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति बने। अभी देश के राष्ट्रपति उनके भाई राउल कास्त्रो हैं। कास्त्रो के क्रांतिकारी आदर्शों के साथ ही उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ और बातें भी है, जिन्हें लेकर वो चर्चाओं में रहे। महिलाओं से संबंध को लेकर उनके अधिकारियों ने ही बताया था कि वो हर दिन दो महिलाओं के साथ संबंध बनाते थे।

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