मुंबई.महाराष्ट्र के पीडब्ल्यूडी मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने जनता को अजीब चुनौती दी है। उन्होंने कहा है 15 दिसंबर के बाद महाराष्ट्र स्टेट हाईवे पर एक गड्ढा दिखाने वाले को एक हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। दावा किसी छोटी सड़क को लेकर नहीं है, बल्कि वेस्टर्न एक्सप्रेस, ईस्टर्न एक्सप्रेस और सायन-पनवेल हाइवे सहित पूरे महाराष्ट्र की 95 हजार किमी की सड़कों को लेकर है। पाटिल पहले भी इस तरह लोगों को चाैंकाते रहे हैं। पीडब्ल्यूडी मंत्री बनते ही उन्होंने कोल्हापुर को टोल मुक्त कर दिया था। पिछली कांग्रेस-राकांपा सरकार जिन छोटे टोल नाकों को बंद नहीं कर पाई थी, ऐसे 55 टोल नाके भी उन्होंने बंद कर दिए। क्यों की इतनी बड़ी घोषणा...
- भास्कर ने जब उनसे पूछा कि आखिर उनके इस भरोसे का आधार क्या है तो उन्होंने बताया कि इस बार महाराष्ट्र में मानसून के दौरान जबरदस्त बारिश हुई। राज्य में करीब 142 फीसदी में बारिश हुई है।
- उनके मुताबिक, आमतौर पर लोग प्रशासन की इस बात को स्वीकार नहीं करते हैं कि इन्हें जल्दी ठीक कर दिया जाएगा। यदि हम भी सिर्फ इतना कहते तो लोग संतुष्ट नहीं होते।- इस वजह से सड़कों पर गड्ढे कुछ ज्यादा थे। मुंबई, कोंकण, मराठवाड़ा और कुछ जिलों में तो पूरी सड़कें बह गई थीं। काफी शिकायतें भी आ रहीं थी।
- इसलिए हमने कहा कि यदि 15 दिसंबर के बाद वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे, ईस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे या सायन-पनवेल हाइवे पर एक भी गड्ढा दिखाने वाले को एक हजार रुपए इनाम दिया जाएगा।
- मुझे लगता है कि हमें हजार रुपए किसी को देना ही नहीं पड़ेगा, क्योंकि बेहतरीन काम चल रहा है। 20 से 25 अधिकारी और कई मजदूर दिन-रात काम कर हैं।
लोगों को मिलने वाली हैं बेहतर सड़कें
- पाटिल बताते हैं कि मुंबई से राज्य के अलग-अलग जिलों में जाते वक्त मैं इनमें से ही किसी न किसी एक्सप्रेस वे या हाईवे से जाता हूं। इसलिए इनकी स्थिति से अच्छी तरह से अवगत हूं।
- विभाग के अंतर्गत आने वाले एक्सप्रेस हाइवे पर काम जारी है, विशेषकर पनवेल-सायन हाईवे पर।
- दूसरी बड़ी बात यह है कि यदि हम मुंबई के बारे में विचार करें, तो हमने कल ही 600 करोड़ रुपए की एक योजना को मंजूरी दी है।
- इसमें हायब्रिड एन्युइटी मॉडल के तहत मुंबई के रास्तों का विकास होने वाला है। जिसके डीपीआर को जल्द ही तैयार कर उसे मंजूरी दी जाने वाली है। अगले मानसून में लोगों को बहुत अच्छी सड़कें मिलने वाली हैं।
सड़क के गड्ढों को भरने अपना रहे ये तकनीक
वे बताते हैं- हम ‘जेट पेचर’ तकनीक का इस्तेमाल गड्ढों को भरने के लिए कर रहे हैं। इस तकनीक से बारिश के वक्त भी गड्ढों को अच्छे ढंग से पाटा जा सकता है। ‘जेट पेचर’ बारिश में भी गड्ढों के पानी को सोख लेता है।
गड्ढ़े न मिलने का किया दावा
- उन्होंने कहा कि घोषणा के बाद मुझे लोगों के अलग-अलग ढंग से मजेदार एसएमएस आ रहे हैं। ऐसा ही एक एसएमएस मुझे एक व्यक्ति ने भेजा है।
- जिसमें उसने मुझे कहा कि वह मुझे एक सड़क पर गड्ढों की जानकारी देना चाहता है।
- अगर सरकार 1000 रुपए के हिसाब से उसे इनाम देने को तैयार है, तो उसे 10 करोड़ रुपए इनाम के रूप में देना होगा।
- पर मैं दावे के साथ कहता हूं कि जिन सड़कों के बारे में हमने घोषणा की है। उस पर 15 दिसंबर के बाद एक भी गड्ढा नहीं मिलेगा।
गडकरी के नक्शे कदम पर हैं पाटिल
इधर कहा जा रहा है कि पाटिल नितिन गडकरी के नक्शे कदम पर हैं। शिवसेना-भाजपा सरकार के कार्यकाल में गडकरी सूबे के पीडब्ल्यूडी मंत्री थे, तब उन्होंने मुंबई में करीब 40 फ्लाइ ओवर ब्रीज बनवाए थे। इसके बाद उनकी छवि राष्ट्रीय स्तर पर उभरी। माना जा रहा है कि पाटिल समझते हैं कि पीडब्ल्यूडी विभाग का काम उन्हें आगे ले जा सकता है।