मुंबई। आर्थिक राजधानी कही जाने वाली मुंबई में एक किडनैपिंग केस का पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में खुलासा किया है। एक 6 साल के बच्चे का अपहरण का केस सुर्खियों में बना हुआ था। मुंबई के घाटकोपर इलाके में मामले को दर्ज कराया गया था। इस मामले में पुलिस ने 32 साल के एक शख्स को गिरफ्तार किया है जो बच्चे के घर वालों से 2 लाख रुपयों की मांग कर रहा था।
घटना मंगलवार शाम 6 बजे के आसपास की है जब ये बच्चा अपने स्कूल से घर लौट रहा था। तभी इस शख्स ने इस बच्चे का अपहरण कर लिया और बच्चे के पिता से 2 लाख फिरौती की मांग करने लगा। पेशे से बच्चे का पिता ऑटो रिक्शा चालक है।
बच्चे के पिता ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस तुरंत एक्शन में आई और विद्याविहार स्टेशन से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी की पहचान उमेश भागवत के नाम से हुई है जो साकी नाका का रहने वाला है। घाटकोपर पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक वेंकट पाटिल ने बताया कि भागवत ने देखा कि बच्चा अपने स्कूल के एक सहपाठी से लड़ाई कर रहा है वो इन दोनों के बीच लड़ाई को शांत करने के लिए गया। लेकिन उसके दिमाग में कुछ और ही था। उसने सोचा कि क्यों ना इस बच्चे का अपहरण करके कुछ पैसे कमा लिए जाएं।
इसके बाद उसने बच्चे का अपहरण कर बच्चे के पिता के पास विद्याविहार के एक पीसीओ से फोन किया। पहले तो बच्चे के पिता ने उसके फोन का कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद उन्होंने पीसीओ के नंबर पर फोन किया और पूछा कि कौन फोन कर रहा था।
उसके बाद भागवत ने बच्चे के पिता को धमकाया कि उसे अगर पैसे ना मिले तो वो बच्चे को मार देगा। उसके बाद बच्चे के पिता ने अपहरण की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज कराई। थोड़ी देर बाद बच्चे के पिता के पास दोबारा फोन आया और पैसे लेकर विद्याविहार स्टेशन पर आने को कहा गया।
सूचना मिलते ही पुलिस भेस बदलकर मौके पर पहुंच गई। किसी पुलिस वाले ने रिक्शा चालक का भेष बदला तो किसी ने गुब्बारे बेचने वाले का। पाटिल ने आगे बताया कि चूंकि बच्चे का फोटो उनके पास था तो उन्हें पता था कि बच्चा कैसा दिखता है। इसके साथ ही बच्चे ने स्कूल की ड्रेस भी पहनी हुई थी।
किडनैपर जैसे ही बच्चे को लेकर मौके पर पहुंचा पुलिस ने उसे तुरंत पकड़ लिया और थाने ले गई। आरोपी से पूछताछ के दौरान पता चला कि वो बेरोजगार था और घर का खर्च चलाने के लिए उसने इस घटना को अंजाम दिया था। फिलहाल भागवत पुलिस हिरासत में है।
घटना मंगलवार शाम 6 बजे के आसपास की है जब ये बच्चा अपने स्कूल से घर लौट रहा था। तभी इस शख्स ने इस बच्चे का अपहरण कर लिया और बच्चे के पिता से 2 लाख फिरौती की मांग करने लगा। पेशे से बच्चे का पिता ऑटो रिक्शा चालक है।
बच्चे के पिता ने इस घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस तुरंत एक्शन में आई और विद्याविहार स्टेशन से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी की पहचान उमेश भागवत के नाम से हुई है जो साकी नाका का रहने वाला है। घाटकोपर पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक वेंकट पाटिल ने बताया कि भागवत ने देखा कि बच्चा अपने स्कूल के एक सहपाठी से लड़ाई कर रहा है वो इन दोनों के बीच लड़ाई को शांत करने के लिए गया। लेकिन उसके दिमाग में कुछ और ही था। उसने सोचा कि क्यों ना इस बच्चे का अपहरण करके कुछ पैसे कमा लिए जाएं।
इसके बाद उसने बच्चे का अपहरण कर बच्चे के पिता के पास विद्याविहार के एक पीसीओ से फोन किया। पहले तो बच्चे के पिता ने उसके फोन का कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद उन्होंने पीसीओ के नंबर पर फोन किया और पूछा कि कौन फोन कर रहा था।
उसके बाद भागवत ने बच्चे के पिता को धमकाया कि उसे अगर पैसे ना मिले तो वो बच्चे को मार देगा। उसके बाद बच्चे के पिता ने अपहरण की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज कराई। थोड़ी देर बाद बच्चे के पिता के पास दोबारा फोन आया और पैसे लेकर विद्याविहार स्टेशन पर आने को कहा गया।
सूचना मिलते ही पुलिस भेस बदलकर मौके पर पहुंच गई। किसी पुलिस वाले ने रिक्शा चालक का भेष बदला तो किसी ने गुब्बारे बेचने वाले का। पाटिल ने आगे बताया कि चूंकि बच्चे का फोटो उनके पास था तो उन्हें पता था कि बच्चा कैसा दिखता है। इसके साथ ही बच्चे ने स्कूल की ड्रेस भी पहनी हुई थी।
किडनैपर जैसे ही बच्चे को लेकर मौके पर पहुंचा पुलिस ने उसे तुरंत पकड़ लिया और थाने ले गई। आरोपी से पूछताछ के दौरान पता चला कि वो बेरोजगार था और घर का खर्च चलाने के लिए उसने इस घटना को अंजाम दिया था। फिलहाल भागवत पुलिस हिरासत में है।
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