तिरुवनंतपुरम। केरल के कोल्लम जिले में स्थित पुत्तिंगल देवी मंदिर में रविवार तड़के 3.30 बजे लगी आग में मृतकों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ताजा खबर के मुताबिक, मरने वालों की संख्या 108 हो गई है, वहीं 350 से ज्यादा घायल हैं। बुरी तरह झुलसे कई लोगों की तो पहचान मुश्किल है।
कोल्लम मंदिर हादसे में प्रशासन ने टेंपल अथॉरिटी के खिलाफ केस दर्ज किया है। प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर : 0474 2512344, 949760778, 949730869 जारी किए हैं।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हालात का जायजा लेने केरल पहुंच गए हैं। इससे पहले पीएम ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपए के मुआवजे का एलान किया है।
कोल्लम जिले के कलेक्टर ए. शानामोबल ने बताया है कि आतिशबाजी को लेकर हो रही होड़ इजाजत नहीं थी, बावजूद इसके ऐसा हुआ। स्थानीय मीडिया ने कोल्लम जिला अधिकारियों के हवाले से कहा कि मंदिर प्रशासन ने ऐसी दुर्घटना के लिहाज से संवेदनशील इस इलाके में भारी आतिशबाजी करने के खिलाफ जारी की गई चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया।
मंदिर के पास ही पटाखों को जमा किया गया था। चिंगारी वहां पहुंचने से आग लग गई। मंदिर का हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, आग आतिशबाजी के दौरान मंदिर में आग लगी। रात करीब 11.45 बजे आतिशबाजी का कार्यक्रम शुरू हुआ था। नवरात्रि के चलते बड़ी संख्या में भक्त मंदिर परिसर में मौजूद थे।
स्थानीय नागरिकों के मुताबिक, मंदिर में हर साल आतिशबाजी का यह कार्यक्रम होता है। हर ग्रुपों के बीच आतिशबाजी की स्पर्धा होती है। इसी दौरान एक चिंगारी मंदिर में पहुंच गई और आग लग गई। मंदिर में बड़े-बड़े पर्दे लगाए गए थे, जिनसे आग तेजी से फैली।
कोल्लम मंदिर हादसे में प्रशासन ने टेंपल अथॉरिटी के खिलाफ केस दर्ज किया है। प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर : 0474 2512344, 949760778, 949730869 जारी किए हैं।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हालात का जायजा लेने केरल पहुंच गए हैं। इससे पहले पीएम ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपए और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार रुपए के मुआवजे का एलान किया है।
कोल्लम जिले के कलेक्टर ए. शानामोबल ने बताया है कि आतिशबाजी को लेकर हो रही होड़ इजाजत नहीं थी, बावजूद इसके ऐसा हुआ। स्थानीय मीडिया ने कोल्लम जिला अधिकारियों के हवाले से कहा कि मंदिर प्रशासन ने ऐसी दुर्घटना के लिहाज से संवेदनशील इस इलाके में भारी आतिशबाजी करने के खिलाफ जारी की गई चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया।
मंदिर के पास ही पटाखों को जमा किया गया था। चिंगारी वहां पहुंचने से आग लग गई। मंदिर का हिस्सा भी क्षतिग्रस्त हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, आग आतिशबाजी के दौरान मंदिर में आग लगी। रात करीब 11.45 बजे आतिशबाजी का कार्यक्रम शुरू हुआ था। नवरात्रि के चलते बड़ी संख्या में भक्त मंदिर परिसर में मौजूद थे।
स्थानीय नागरिकों के मुताबिक, मंदिर में हर साल आतिशबाजी का यह कार्यक्रम होता है। हर ग्रुपों के बीच आतिशबाजी की स्पर्धा होती है। इसी दौरान एक चिंगारी मंदिर में पहुंच गई और आग लग गई। मंदिर में बड़े-बड़े पर्दे लगाए गए थे, जिनसे आग तेजी से फैली।
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